कुवैत सरकार ने धूप में काम करने की पाबंदी समाप्त कर दी है। यह पाबंदी अब तक दोपहर 11 बजे से 4 बजे तक लागू थी, ताकि कामकाजी लोग धूप के तेज़ असर से सुरक्षित रह सकें। लेकिन अब मौसम के ठंडा होने के साथ इस नियम को हटा दिया गया है। आइए, इस बदलाव के पीछे की वजहें और इसके प्रभाव पर एक नज़र डालें।
नए आदेश का विवरण
कुवैत की मिनिस्ट्री ने हाल ही में घोषणा की कि अब धूप में काम करने पर पाबंदी नहीं होगी। यह पाबंदी पहले गर्मी के मौसम में लागू की जाती थी, जब तापमान अत्यधिक बढ़ जाता था और धूप का असर बहुत तेज़ होता था। लेकिन अब ठंडे मौसम की शुरुआत के साथ, इस पाबंदी को समाप्त कर दिया गया है। मिनिस्ट्री ने इस निर्णय के पीछे की वजह का खुलासा करते हुए बताया कि इस दौरान की गई जांच में पाया गया कि पाबंदी के बावजूद लगभग 200 से अधिक लोग काम करते हुए पकड़े गए थे।
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पाबंदी के बावजूद की गई जांच
मिनिस्ट्री द्वारा की गई जांच में यह भी सामने आया कि कुछ कंपनियां और ठेकेदार अपने श्रमिकों को जबरदस्ती काम पर लगा रहे थे, जबकि कुछ श्रमिक अपनी इच्छा से इस समय में काम कर रहे थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि पाबंदी का प्रभाव सीमित था और कुछ मामलों में नियमों की अवहेलना की जा रही थी।
नए नियम और सुरक्षा उपाय
अब जबकि पाबंदी हटा दी गई है, यह महत्वपूर्ण है कि कामकाजी लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। सरकार ने कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिन्हें कंपनियों और ठेकेदारों को पालन करना अनिवार्य होगा। इनमें शामिल हैं:
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हेल्थ चेक-ups: कंपनियों को सुनिश्चित करना होगा कि धूप में काम करने से पहले श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाए।
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हाइड्रेशन: श्रमिकों को भरपूर पानी और अन्य हाइड्रेटिंग तरल पदार्थ उपलब्ध कराए जाएं।
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सुरक्षा गियर: धूप से बचाव के लिए उचित सुरक्षा गियर जैसे कि हेडगियर, सनब्लॉक, और उचित कपड़े प्रदान किए जाएं।
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ब्रेक्स: काम के दौरान नियमित अंतराल पर ब्रेक्स दिए जाएं ताकि श्रमिक धूप से बच सकें और आराम कर सकें।
conclusion:
कुवैत में धूप में काम करने की पाबंदी का समाप्त होना एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जो कामकाजी परिस्थितियों को प्रभावित करेगा। हालांकि, श्रमिकों की सुरक्षा अब भी एक प्रमुख चिंता का विषय है, और यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कामकाजी परिस्थितियाँ सुरक्षित हों। अधिक जानकारी और नवीनतम समाचारों के लिए गुल्फ इंडिया न्यूज़ पर जाएं।