Saudi में डोमेस्टिक वर्कर्स की सैलरी कानून Labour salary law

सऊदी अरब में डोमेस्टिक वर्कर्स के नए सैलरी कानून से संबंधित जानकारी

सऊदी अरब के MHRSD ने हाल ही में एक बड़ी खबर दी है। डोमेस्टिक वर्कर्स की सैलरी के बारे में नई नियम लागू किए गए हैं। इन नियमों में फैमिली ड्राइवर, खदामा और चौकीदार शामिल हैं।

यह जानकारी Al Musnad Platform से मिली है। यह सऊदी अरब में सबसे भरोसेमंद स्रोत है। नए नियम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ट्रायल पीरियड में सैलरी बैंक से नहीं ली जाएगी।

नए कानून का मतलब है कि डोमेस्टिक वर्कर्स और उनके कफील (sponsor) पर क्या असर पड़ेगा, इस पर चर्चा होगी।

डोमेस्टिक वर्कर्स की सैलरी पर नया कानून

पहले सऊदी अरब में सैलरी बैंक से ही ट्रांसफर होती थी। लेकिन अब ट्रायल पीरियड में नगद सैलरी दी जाएगी।

ट्रायल पीरियड क्या होता है, इस पर चर्चा करेंगे।

सऊदी अरब में नए डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए ट्रायल पीरियड 90 दिन का होता है। इस समय, वर्कर और उनके कफील (sponsor) के बीच कामकाज की शर्तें समझ ली जाती हैं। अगर दोनों पक्ष सहमत होते हैं, तो ट्रायल पीरियड 180 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है।

ट्रायल पीरियड में वर्कर्स की सैलरी नगद में दी जाती है। लेकिन, अगर नौकरी पक्की हो जाती है, तो सैलरी बैंक के माध्यम से दी जाएगी।

नए कानून का उद्देश्य

नए कानून सऊदी अरब में नए डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए लाभदायक है। कफील (sponsor) नगद सैलरी चुन सकते हैं, जो प्रक्रियाओं को आसान बनाता है। यह नियम वर्कर्स और स्पॉन्सर दोनों के लिए फायदेमंद है।

ट्रायल पीरियड के दौरान सैलरी का भुगतान

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नगद सैलरी का विकल्प

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नगद सैलरी: सऊदी अरब में डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए

ट्रायल पीरियड में डोमेस्टिक वर्कर्स की सैलरी नगद में दी जाती है। 90 दिन के ट्रायल पीरियड में यह प्रक्रिया शुरू होती है। इसे 180 दिन तक बढ़ाया जा सकता है।

इस दौरान कफील के पास नगद सैलरी देने का विकल्प होता है। इससे बैंक ट्रांसफर की जरूरत नहीं पड़ती।

FAQs

1. क्या सऊदी अरब में सभी डोमेस्टिक वर्कर्स को नगद सैलरी मिल सकती है?

  • ट्रायल पीरियड में वर्कर्स को नगद सैलरी मिल सकती है। इसके बाद बैंक ट्रांसफर अनिवार्य है।

2. ट्रायल पीरियड कितने दिनों का होता है?

  • ट्रायल पीरियड 90 दिन का होता है, जिसे आपसी सहमति से 180 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है।

3. क्या ट्रायल पीरियड के बाद भी नगद सैलरी दी जा सकती है?

  • नहीं, ट्रायल पीरियड के बाद बैंक ट्रांसफर अनिवार्य है।

4. क्या यह कानून सभी डोमेस्टिक वर्कर्स पर लागू होता है?

  • हाँ, यह कानून फैमिली ड्राइवर, खदामा (हाउस हेल्पर), चौकीदार और अन्य डोमेस्टिक वर्कर्स पर लागू होता है।

5. क्या कफील के पास नगद सैलरी देने का विकल्प है?

  • हाँ, ट्रायल पीरियड के दौरान कफील (sponsor) नगद सैलरी दे सकते हैं।

conclusion

सऊदी अरब में एक नया कानून लागू हुआ है। यह कानून (sponsor) और कामगार दोनों के लिए अच्छा है। इस कानून के तहत, कामगारों को शुरुआत में नगद सैलरी मिलेगी। यह कफील (sponsor) के लिए लचीलेपन लाता है। यह कानून कामगारों के लिए अच्छा है। यह काम की प्रक्रिया को आसान बनाता है।

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