कुवैत का नया कानून डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए
Kuwait Domestic Workers Rights: Kuwait Public Authority of Manpower ने हाल ही में एक ज़रूरी अभियान शुरू किया है। यह अभियान खासतौर पर डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए है, जिन्हें ‘खादिम’ भी कहा जाता है, इनके अधिकारों को दिलाने के लिए ये अभियान चलाया गया है। इस पहल के तहत, यह तय किया जा रहा है कि जो डोमेस्टिक वर्कर्स कुवैत से वापस अपने देश लौटते हैं, उन्हें उनके काम के वर्षों के आधार पर सैलरी दी जाए।
कुवैत में डोमेस्टिक वर्कर्स को सैलरी का अधिकार
इस अभियान के मुताबिक, Domestic Workers को उनके वर्क टाइम के हिसाब से एक सैलरी दिए जाने को कहा गया है। मिसाल के तौर पर, अगर कोई वर्कर एक साल तक काम करता है और फिर वो वापस अपने देश लौटता है, तो उसे एक महीने की सैलरी दी जानी चाहिए। इसी तरह, अगर वर्कर ने पांच साल तक कुवैत में काम किया है, तो उसे पांच महीने की सैलरी मिलनी चाहिए। यह कानून वर्कर्स को आर्थिक सहायता देने के साथ-साथ उनके अधिकारों की हिफाज़त करने का एक बड़ा कदम है।
वर्कर्स के रिटर्न का खर्च
इस पहल में यह भी शामिल है कि जब वर्कर्स कुवैत से अपने देश लौटते हैं, तो उनकी यात्रा का खर्च भी उनके स्पॉन्सर या संबंधित कुवैती के द्वारा ही किया जाएगा।क्योंकि इससे वर्कर्स को आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी और वो कुवैत से ख़ुशी-ख़ुशी अपने घर लौट सकेंगे।
Conclusion:
Kuwait Government का यह कदम डोमेस्टिक वर्कर्स के अधिकारों की दिशा में एक अच्छी शुरुआत है। इससे न सिर्फ वर्कर्स को आर्थिक में फ़ायदा मिलेगा, बल्कि उन्हें यह भी महसूस होगा कि उनके अधिकारों और योगदान को सम्मान दिया जा रहा है।
डोमेस्टिक वर्कर्स की मेहनत और उनकी सेवाओं का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है।