सऊदी अरब और विजन 2030
Saudi Arabia के अंदर जब से विजन 2030 शुरू हुआ है, तब से लेकर अभी तक Saudi Arabia के अंदर काम के दौरान 21,000 Indian और Bangladesh के वर्कर्स की मौत हो चुकी है। ये आरोप लगाया गया है ITV documentary में। सऊदी अरब को एक बार फिर से बदनाम करने की कोशिश की गई है। सऊदी अरब के ऊपर जो डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है उसमें यह कहा गया है कि जब से सऊदी विजन 2030 शुरू हुआ है, लगभग 8 साल इसको हो गए हैं और 8 साल के अंदर काम के दौरान।
सऊदी अरब के अंदर बड़े प्रोजेक्ट्स
और ये भी आपको पता है कि विजन 2030 जब से शुरू हुआ है, सऊदी अरब के अंदर बहोत सारे प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं, जैसे NEOM CITY यहां पर बनाई जा रही है। इसके अलावा बहोत सारे ऐसे प्रोजेक्ट हैं जो कि विजन 2030 के तहत शुरू किए गए हैं। तो यहां पर जो सऊदी अरब के ऊपर डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है जो कि अभी काफी वायरल हो रही है, उसमें यह आरोप लगाया गया है कि 21,000 इंडियन और बांग्लादेशी लोगों की मौत हो चुकी है काम के दौरान।
सऊदी सरकार का जवाब
सऊदी हुकूमत की तरफ से भी इसका जवाब आ गया है। सऊदी नेशनल काउंसिल फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ की तरफ से कहा गया है कि Saudi Arabia के अंदर काम के दौरान मरने वालों की तादाद दुनिया में सबसे कम है। अगर यहां पर हम 1 लाख वर्कर्स की बात करें, तो उनमें मरने वालों की तादाद सिर्फ 1.12 है।
इंटरनेशनल लेबर Organization की तारीफ
खबर में ये भी बताया गया है कि इंटरनेशनल लेबर Organization की तरफ से तारीफ भी की गई है Saudi Arabia की सेफ्टी और हेल्थ के बारे में। और यहां पर एक और चीज यह बताई गई है कि सऊदी अरब के अंदर जो सऊदी Labor Law है वो भी बहोत ही अच्छा है प्रवासी लोगों के लिए, उसमें मेडिकल इंश्योरेंस की सुविधा होती है। अगर किसी प्रवासी को चोट लग जाती है काम के दौरान या वह बीमार पड़ जाता है, तो उसको अच्छी मेडिकल फैसिलिटी दी जाती है।
प्रवासी वर्कर्स के लिए सुविधाएं
आपने देखा ही होगा कि जब बहोत ज्यादा गर्मी होती है सऊदी अरब के अंदर, जून से सितंबर तक तो उसमें 12:00 बजे से 3:00 बजे तक धूप में यानी डायरेक्ट सनलाइट में जो काम करते हैं उस पर भी पाबंदी होती है। प्रवासी लोगों का काफी ख्याल यहां पर रखा जाता है।
मीडिया में खबरों की हकीकत
Saudi National Council for Occupational Safety and Health ने कंफर्म कर दिया है कि मीडिया पर जो ये खबरें चलाई जा रही हैं बिल्कुल बेबुनियाद हैं, इनमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
conclusion:
ITV documentary में सऊदी अरब के खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर सऊदी सरकार ने अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है। सऊदी अरब में काम करने वाले वर्कर्स की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाते हैं।