SAUDI: बांग्लादेश की मॉडल और सामाजिक कार्यकर्ता मेघना आलम इन दिनों सऊदी अरब और बांग्लादेश में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। उनका कहना है कि सऊदी राजदूत के साथ एक निजी रिश्ता उनकी ज़िंदगी के लिए मुसीबत बन गया। मेघना का आरोप है कि प्यार के नाम पर उन्हें प्रताड़ित किया गया और झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया।
मेघना के अनुसार, सितंबर 2024 में ढाका के एक कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात सऊदी राजदूत एसा यूसुफ अल दुहैलान से हुई थी। शुरुआत में सब कुछ सामान्य था। राजदूत ने उन्हें कुरआन, गहने और करीब 200 किलो खजूर जैसे कई तोहफे भेजे। मेघना का कहना है कि ये सभी तोहफे “सऊदी किंग के नाम से” भेजे गए थे।
उन्होंने बताया कि जब उनका रिश्ता सार्वजनिक हुआ तो माहौल अचानक बदल गया। मीडिया में उनके खिलाफ खबरें चलने लगीं और सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलीं कि वे गर्भवती हो गई थीं। मेघना ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया और कहा कि यह सब उन्हें बदनाम करने की साजिश थी।
9 अप्रैल 2025 को मेघना को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे घर लौट रही थीं। पुलिस ने दावा किया कि जांच के दौरान उनके पास जन्म प्रमाण पत्र और कुछ संदिग्ध सामान मिला। वहीं, मेघना का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी राजनीतिक दबाव में की गई। उन्होंने फेसबुक लाइव पर अपनी बात रखी, लेकिन बाद में वीडियो हटाने के लिए उन पर दबाव बनाया गया।
पुलिस ने उनके खिलाफ Special Powers Act के तहत धोखाधड़ी, ब्लैकमेल और हनी ट्रैपिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए। ढाका की अदालत ने कहा कि यह मामला विदेश नीति और सामाजिक शांति को प्रभावित कर सकता है, इसलिए उन्हें 30 दिन की हिरासत में रखा गया। आखिरकार 28 अप्रैल 2025 को मेघना को जमानत मिल गई।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन Amnesty International और महिला अधिकार समूहों ने इस मामले पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मेघना का कहना है कि वे राजनयिक साजिश की शिकार हैं और अब उन्हें सिर्फ न्याय चाहिए।